उत्तराखंड समाचार: जल्द ही ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक का सफर आसान होने जा रहा है। बहुप्रतीक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में एक और सफलता मिली है। सुमेरपुर और नरकोटा के बीच सुरंग बनकर तैयार हो गई है। अब इस परियोजना में सिर्फ मुख्य सुरंग के पूरा होने का इंतजार है।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) को एक और सफलता मिली है। रुद्रप्रयाग में सुमेरपुर और नरकोटा के बीच सुरंग बनकर तैयार हो गई है। यह सुरंग 9.46 किलोमीटर लंबी है। बता दें कि यह सुरंग एक एग्जिट सुरंग है। परियोजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही मुख्य सुरंग भी बनकर तैयार हो जाएगी।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की दूरी है 125 किलोमीटर
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन 125 किलोमीटर लंबी है। इस लाइन पर 16 सुरंगें हैं। इन सुरंगों की खुदाई का काम लगभग 75 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इन सुरंगों की खुदाई का काम साल 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। आपको बता दें कि इस रेलवे लाइन का 105 किलोमीटर हिस्सा सुरंगों से होकर गुजरेगा।
पूरी परियोजना में स्टेशनों की संख्या है 13
आपको बता दें कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर कुल 13 स्टेशन हैं। जिसमें से योगनगरी रेलवे स्टेशन और वीरभद्र रेलवे स्टेशन का काम भी पूरा हो चुका है। सबसे खास बात यह है कि योगनगरी रेलवे स्टेशन तक ट्रेनें भी चलने लगी हैं। इसके साथ ही देवप्रयाग, जनासू, मलेथा, श्रीनगर, धारीदेवी, तिलनी, घोलथीर, गौचर, शिवपुरी, ब्यासी और सिंवई (कर्णप्रयाग) में भी स्टेशन हैं।
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