उत्तराखंड चमोली: आपदा प्रभावित जोशीमठ शहर के गांधी नगर वार्ड में बदरीनाथ हाईवे पर भू-धंसाव के कारण फिर से सात फीट गहरा गड्ढा हो गया है, जिसे देखकर शहरवासियों में फिर से डर पैदा होने लगा है। बताया जा रहा है कि इसी स्थान पर उत्तर रेलवे का आरक्षण केंद्र भी स्थित है।
पिछले साल हुई जोशीमठ आपदा को शायद ही कोई भूला होगा, उस समय पूरे देश में इसकी चर्चा थी, जिसके बाद प्रशासन ने भूस्खलन संभावित क्षेत्रों का सर्वे कराया और असुरक्षित इमारतों को ध्वस्त कर दिया था। कई इमारतों की पहचान की गई थी जिनमें गंभीर दरारें थीं और लोगों को वहां से स्थानांतरित किया गया था। नुकसान की भरपाई के लिए लोगों को मुआवजा भी दिया गया था, लेकिन लोग इससे बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं थे। लेकिन पिछले कुछ दिनों से बदरीनाथ हाईवे पर फिर से भूस्खलन शुरू हो गया है, जिसके कारण यहां सात फीट गहरा गड्ढा उभरने लगा है, जिसे देखकर लोग फिर से डर गए हैं।
पिछले साल जनवरी 2023 से भू-धंसाव का दंश झेल रहे जोशीमठ के बाशिंदों की चिंताएं कम नहीं हो रही हैं। उस समय नगर के 868 भवनों में दरारें आने से 296 प्रभावित परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ा था। इसके अलावा यहां दो बड़े होटल भी ध्वस्त हो गए थे। अब एक बार फिर नगर के गांधी नगर वार्ड में बदरीनाथ हाईवे पर करीब सात फीट गहरा गड्ढा बन गया है। इसी स्थान पर उत्तर रेलवे का आरक्षण केंद्र भी स्थित है। वहां से वाहनों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित की जा रही है। वहीं सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) का कहना है कि जलनिकासी व्यवस्था न होने से नगर में पहले भी इस तरह के गड्ढे उभर आते थे, गड्ढों को भरने का काम जारी है।
चार धाम यात्रा के चलते क्षेत्र में काफी आवाजाही रहती है, वहीं हेमकुंड और बद्रीनाथ धाम जाने वाले वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले सड़क मरम्मत कार्य के दौरान हाईवे पर गड्ढा हो गया था, जिसे तुरंत ठीक करवा दिया गया था। उन्होंने कहा कि शहर में लगातार हो रहे इस तरह के भूस्खलन से उनकी चिंताएं बढ़ रही हैं और वैसे भी गांधीनगर वार्ड भूस्खलन के लिहाज से डेंजर जोन में आता है।