उत्तराखंड ( हलद्वानी ) : राज्य में जंगल में आग लगने की 868 घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें गढ़वाल मंडल में 344, कुमाऊं में 456 और वन्यजीव क्षेत्रों में 68 घटनाएं शामिल हैं. इनमें से कुल 1085.998 हेक्टेयर क्षेत्र जंगल की आग से प्रभावित हुआ है।
वहीं, सोमेश्वर के स्यूंराकोट के जंगल में लगी आग दो नेपाली परिवारों पर भारी पड़ी है. गुरुवार को जंगल में लगी आग की चपेट में आने से एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, जंगल की आग से अब तक राज्य में तीन लोगों की मौत हो चुकी है.
जंगल की आग में झुलसे दूसरे श्रमिक की गुरुवार देर रात बेस अस्पताल में मौत हो गई, जबकि महिला श्रमिक की मौत सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) हल्द्वानी में हुई। एक अन्य महिला कर्मी का इलाज हल्द्वानी में चल रहा है। अब शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जंगल की आग की रोकथाम को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है.
3 अप्रैल तक राज्य में जंगल में आग लगने की 64 घटनाएं सामने आईं, जिनमें गढ़वाल में 30, कुमाऊं में 29 और वन्यजीव क्षेत्रों में पांच घटनाएं शामिल हैं। 24 घंटे के अंदर 74.67 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ गया.